Audio Kumbh
per piece
Product details
श्री गुरु जी एक स्वयंसेवक के तौर पर अपने बहुयामी, दृढ़ व सतत कर्मयोगी की भूमिका से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपने सम्मानित छवि के कारण प्रसिद्ध हुए। डॉक्टर साहब की कही बात को उन्होंने अपने 33 वर्ष तक के कार्यकाल में धुरा बना लिया। उनसे डाक्टर जी ने कहा था, "माधवराव इस संघ कार्य की धुरा संभालना' इस एकवचन के लिए उन्होंने खुद को समर्पित कर दिया। जिसके फलस्वरूप संघ एक विशाल आकार ले सका और अपने मूल्यों पर हमेशा अडिग चलता रहा। माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा लिखी गई पुस्तक में गुरुजी के व्यक्तित्व का दर्शन मिलता है।
Similar products